कानपुर हिंसा में पाकिस्तान-ओमान और ईरान से कनेक्शन मिल रहे हैं। नई सड़क हिंसा से पहले एक्टिव व्हाट्स एप ग्रुप में विदेशी नंबरों से भी लोग जुड़े थे। साइबर सेल को नंबरों की जांच सौंपी गई है। Kanpur Violence: Connection from Pakistan Oman cyber cell engaged in investigation – Newzshala – खबरों की पाठशाला
नई सड़क हिंसा से पहले एक्टिव व्हाट्स एप ग्रुप में ईरान, पाकिस्तान और ओमान के नंबरों से भी लोग जुड़े थे। यह नंबर किसके थे और इनके जरिए कौन जुड़ा था। इसका पता लगाने का जिम्मा साइबर सेल को दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, अगर साइबर सेल से इसकी जानकारी नहीं हो पाती है तब केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों की मदद ली जाएगी।
बुधवार को पुलिस को सोशल मीडिया के जरिए एक व्हाट्स एप ग्रुप के दो स्क्रीन शॉट मिले थे। एक से लेकर 3 जून तक के बीच ईरान, पाकिस्तान और ओमान के कुछ नम्बरों का ग्रुप में जुड़ना और फिर लेफ्ट होने का स्क्रीन शॉट था। दूसरे स्क्रीन शॉट में एक मैसेज था, जिसमें कहा गया था बम लेकर गुड्डे भाई के यहां फ्लैट के नीचे पहुंच जाना, चन्द्रेश्वर हाता पर दौड़ पड़ना और पीछे नहीं हटना शेख साहब का हुक्म है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू करा दी।
शुक्रवार को यह दोनों स्क्रीन शॉट साइबर सेल को दिए गए। उनसे कहा गया है कि वह पाकिस्तान, ओमान और ईरान के नम्बरों के बारे में जानकारी जुटाएं। यह नम्बर किसके हैं। उस व्यक्ति का नई सड़क हिंसा से क्या लेना-देना था। 3 जून को ही ग्रुप से क्यों लेफ्ट किया गया।
इसके अलावा साइबर सेल से यह भी कहा गया है कि वह पता लगाएं कि यह नम्बर कई इंटरनेट से जनरेट होने वाले होएक्स (फर्जी नम्बर) तो नहीं है। जिसमें व्यक्ति यहीं बैठा हो और इंटरनेट कॉलिंग सॉफ्टवेयर से इस तरह का नम्बर जनरेट कर लिया हो।
ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी के अनुसार साइबर सेल को नम्बरों की सूची सौंप दी गई है। वह इसमें जानकारी जुटाने में लगी है। अगर उनके पास नम्बर से जुड़े लोगों की डिटेल नहीं निकल पाती है तब केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों की मदद लेकर इसका पर्दाफाश किया जाएगा।