राज्यपाल कलराज मिश्र ने 30 अक्टूबर तक विवि में एक समान पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए, जानें वजह

राज्यपाल कलराज मिश्र ने 30 अक्टूबर तक विवि में एक समान पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए, जानें वजह


राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के अनुरूप अद्यतन और एक समान विषयवार पाठ्यक्रम 30 अक्टूबर तक तैयार किए जाने के निर्देश दिए हैं।आज कुलपति संवाद बैटक हुई। Governor Kalraj Mishra directed to prepare uniform syllabus in the university by 30 October – Hindustan


राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के अनुरूप अद्यतन और एक समान विषयवार पाठ्यक्रम 30 अक्टूबर तक तैयार किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इसके लिए राजभवन स्तर से समन्वय स्थापित कर विभिन्न विषयों के अनुसार विश्वविद्यालय कुलपतियों के समूह बनाकर समयबद्ध रूप से पाठ्यक्रम युगानुकूल करने का कार्य किया जाए। राज्यपाल मिश्र शुक्रवार को यहां राजभवन में प्रदेश के राज्य वित्तपोषित विश्वविद्यालयों की कुलपति संवा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) और क्रेडिट ट्रांसफर सहित नई शिक्षा नीति को समग्र रूप में लागू करने के लिए सभी विश्वविद्यालयों को पूरी गंभीरता से प्रयास करने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क आगामी संविधान दिवस (26 नवम्बर) से पूर्व ही बनकर तैयार हो जाने चाहिए। 

सेमेस्टर प्रणाली को लागू करने पर दिया जोर 

राज्यपाल मिश्र ने विश्वविद्यालयों में सेमेस्टर प्रणाली को लागू किए जाने और शैक्षणिक कलेण्डर व्यवस्थित किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालय प्रवेश प्रक्रिया को समय पर पूरा करें ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए पर्याप्त समय मिल सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में एकीकृत प्रबन्ध व्यवस्था (एस.यू.एम.एस.) लागू की जाए, इससे पूर्ण पारदर्शिता के साथ विश्वविद्यालयों में प्रभावी प्रबंधन को सभी स्तरों पर सुनिश्चित किया जा सकेगा। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में शोध की मौलिक स्थापनाओं से जुड़ी संस्कृति विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम आधारित ज्ञान ही नहीं, निरन्तर जो नया घट रहा है उससे भी विद्यार्थियों को जोड़ने, नई शिक्षा नीति के आलोक में युगानुकूल रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने वाले पाठ्क्रम तैयार कर लागू करने, ई-लाइब्रेरी की स्थापना आदि पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा के सभी स्तरों पर प्रौद्योगिकी का उचित उपयोग कर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में विश्व स्तरीय डिजिटल बुनियादी ढांचा विकसित किए जाने का भी आह्वान किया।

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि को कुलाधिपति सम्मान 

राज्यपाल मिश्र ने इस दौरान महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी) को प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों में उत्कृष्टता के लिए कुलाधिपति सम्मान प्रदान किया। राज्यपाल की पहल पर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में शैक्षिक उत्कृष्टता और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के उद्देश्य से नवम्बर 2019 में कुलाधिपति सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई थी। एमपीयूएटी की ओर से कुलपति डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने यह सम्मान राज्यपाल से प्राप्त किया। उल्लेखनीय है कि एमपीयूएटी को आईसीएआर की रैंकिंग में प्रदेश के कृषि एवं पशुचिकित्सा विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

गांव गोद लेकर स्थापित किया उदाहरण 

विश्वविद्यालय सामाजिक सहभागिता के अंतर्गत गांव गोद लेकर राजस्थान में हुए बेहतरीन कार्य की बैठक में चर्चा रही। कई कुलपतियों ने कहा कि देशभर में राजस्थान पहला राज्य है, जहां विश्वविद्यालयों द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत इस तरह का नवाचार किया गया है। राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री सुबीर कुमार ने विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं के लिए त्रुटिरहित व्यवस्था सुनिश्चित करने, विश्वविद्यालय प्रवेश एवं अन्य प्रक्रियाओं के मानकीकरण और ऑटोमेशन पर बल दिया। राज्यपाल सलाहकार टास्क फोर्स के अध्यक्ष प्रो. ए.के. गहलोत ने बैठक के दौरान विश्वविद्यालयों में ईआरपी आधारित एकीकृत प्रबन्ध व्यवस्था (एसयूएमएस), नई शिक्षा नीति, ई-रिसोर्स के विकास और सामाजिक सहभागिता के कार्यों पर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *