राजस्थान की गहलोत सरकार कांग्रेस नेताओं पर दर्ज राजनीतिक मुकदमे वापस लेगी। पीसीसी चीफ डोटासरा ने यह जानकारी दी। पायलट समर्थकों की नाराजगी के बाद अशोक गहलोत सरकार बैकफुट पर आ गई है। Gehlot government will withdraw political cases filed against Congress workers
पायलट समर्थकों की नाराजगी के बाद गहलोत सरकार बैकफुट पर आ गई है। राजस्थान की गहलोत सरकार कांग्रेस नेताओं पर दर्ज राजनीतिक मुकदमे वापस लेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आज राजधानी जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुकदमे वापस लेने की सरकार से अनुशंसा कर दी है। सरकार को प्रदेश कांग्रेस संगठन की ओर से लिखा जा चुका है। डोटासरा ने भाजपा नेताओं पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने को अफवाह बताया है। दरअसल, हाल में मीडिया में खबरे आई थी कि गहलोत सरकार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत अन्य भाजपा नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेगी। इस पर पायलट समर्थकों ने नाराजगी जताई थी। विपक्ष में रहते हुए राजनीतिक मुकदमे जिन कांग्रेस नेताओं पर सबसे ज्यादा हुए हैं उनमें यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के नेता और कार्यकर्ता सबसे अधिक हैं। इन कार्यकर्ताओं ने पायलट के पीसीसी चीफ रहने के दौरान भाजपा शासन में राजनीतिक आंदोलन किए थे।
सचिन पायलट समर्थकों ने खड़े किए थे सवाल
गहलोत सरकार में शामिल मंत्री अशोक चांदना, यूथ बोर्ड में उपाध्यक्ष सुशील पारीक, एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, एनएसयूआई के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान, एनएसयूआई के राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया, सुमित भगासरा, राजस्थान कांग्रेस के वर्तमान सचिव राजेंद्र मुंड ऐसे नेता हैं जिन पर राजनीतिक मुदकमे दर्ज है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आज राजधानी जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुकदमे वापस लेनी की सरकार से अनुशंसा कर दी है। दरअसल, हाल में भाजपा नेताओं के मुदकमे वापस लेने की खबरे मीडिया में आई थी। इसके बाद पायलट समर्थकों ने नाराजगी जताई थी। पायलट समथर्क एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया और आरएल चोपड़ा ने सरकार पर सवाल खड़े कर दिए थे।
डोटासरा बोले- भाजपा नेताओं के नहीं लिए मुकदमे वापस
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज राजनीतिक केस वापस लेने की खबरों पर डोटासरा ने कहा कि किसी भी भाजपा नेता के केस वापस नहीं लिए जा रहे हैं। डोटासरा ने साफ किया कि भाजपा नेताओं के कोई राजनीतिक मुकदमे वापस नहीं लिए गए हैं। यह कोरी अफवाह है। हालांकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जो राजनीतिक मुकदमे दर्ज हैं। उन्हें वापस लेने के लिए सरकार को प्रदेश कांग्रेस संगठन की ओर से लिखा जा चुका है। सरकार को उन्होंने गुण-अवगुण देखते हुए मुकदमे वापस लेने की अनुशंसा कर दी है। फिलहाल हकीकत यही है कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं पर राजनीतिक मुकदमे अभी चल रहे हैं। राजस्थान में गहलोत सरकार को सत्ता में आए साढ़े तीन साल से अधिक का समय हो गया है। लेकिन कांग्रेस नेताओं पर राजनीतिक मुकमदे चल रहे हैं। इससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी सरकार में सुनवाई नहीं हो रही है। उल्टे भाजपा नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जा रहे हैं। कार्यकर्ताओं के बढ़ती नाराजगी के बीच पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने आज स्थिति साफ कर दी है कि किसी भी भाजपा नेता के राजनीतिक मुकदमे वापस नहीं लिए जा रहे हैं।